Nation Pride Daughters – बेटियॉं देश की शान – बेटी बचाओ बेटी पढाओ
Nation Pride Daughters बेटियॉं देश की शान है. देश के वर्तमान प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आरम्भ किया गया बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान देश की बेटियों को न केवल बचाने की दिशा में एक बडा कदम है बल्कि यह एक उन्हें शिक्षित कर आने वाली पीढी को एक नई दिशा देने की आधारशिला भी है.
किन्तु प्रश्न यह उठता है कि नित्य प्रति कोख में क्यूं मरती है बेटियां. क्या उन्हें जीने का कोई अधिकार नहीं है या बेटियां वो सब नहीं कर सकती जो बेटे करते हैं. फिर क्यों लोग बेटियों से उतना प्यार नही करते, जितना बेटों से करते हैं.
क्या ये हमारा दुर्भाग्य नहीं है कि जिस देश में नारी की शक्ति के रूप में पूजा होती है, ईसा मसीह की माता को मरियम के रूप में पूजा जाता है, मोहम्मद साहब की माता को अमीना के नाम से जाना जाता है या महावीर स्वामी की माता को त्रिशला के नाम से जाना जाता हो, वहां बेटी को बचाने के लिए सोचना पड रहा है.
क्यों हम ये भूल बैठते हैं कि इतिहास में भी बेटियों ने लगभग सभी दिशाओं में न केवल देश का नाम रोशन किया है बल्कि अपने परिवार का गौरव भी बढाया है. विभिन्न प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आपको आगे बढाया है.
Nation Pride Daughters – भ्रूण हत्या के बारे में सोच
विगत कई वर्षों से सामने आये कन्या भ्रूण हत्या के मामलों ने देश में बेटियों की संख्या बहुत कम कर दी है. इस पर कई लोग तर्क देते हैं कि महिला ही महिला की दुश्मन है तथा एक मॉं ही अपनी बेटी को दुनिया में आने से पहले ही समाप्त करवा देती है. किन्तु यह सही नहीं है.
एक युग था जब घर की महिलाएं पर्दा प्रथा के कारण पर्दे में रहती थीं. उन्हें घर से बाहर जाने की आजादी नहीं थी. उन्हें शिक्षा की आजादी नहीं थी. उन्हें प्रताडित किया जाता रहा है. आज कई कारणों से तलाक के मामले भी बढते जा रहे हैंं व और भी बहुत से कई कारण रहे हैं जिनके कारण उन्होने अपनी होने वाली बेटी को जन्म न देने का फैसला किया होगा.
हमारे विभिन्न विचारकों स्वामी दयानन्द सरस्वति, स्वामी विवेकानन्द, राजा राम मोहन राय आदि सभी ने महिला उत्थान पर बल दिया है तथा महिला शिक्षा को सदैव प्रेरित किया है. और यही कारण है कि अब बेटियां हर दिशा में आगे बढ रही हैं क्योंकि बेटियॉं देश की शान हैं.
Nation Pride Daughters – महिला शिक्षा का प्रसार
जैसे जैसे महिला शिक्षा का प्रसार हुआ है, वैसे वैसे हमारी बेटियां न केवल स्वयं शिक्षित हो रही हैं बल्कि अपने परिवार को भी शिक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.
अब बेटियां विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपलब्धियॉं दर्ज करवा रही हैं. वो टैक्सी चला रही हैं, ट्रेन चला रही हैं, ट्रैफिक नियन्त्रित कर रही हैं, वायुयान उडा रही हैं. और तो और आवश्यकता पडने पर अर्थी को कांधा भी दे रही हैं, अपने परिवार की जिम्मेदारी भी उठा रही हैं.
Nation Pride Daughters – सारांश
फिर क्यों कर रहे हो कन्या भ्रूण हत्या. याद रखो, बेटियॉं नहीं बचीं तो देश नहीं बच पायेगा. यदि देश को बचाना चाहते हो तो बेटियों को बचाओ. उन्हे शिक्षित करो. उनके साथ अच्छा आचरण करो. उनका सम्मान करो. अपने आर्थिक/राजनैतिक लाभ को दूर रखते हुए हर अच्छे कार्य में सहयोग करो.
पुनः याद रखें कि बेटियां देश की शान हैं, उन्हे बचायें व पढायें. इस विषय पर आप सभी के विचार, आपके सुझाव आमंत्रित हैं. इस अभियान को आगे बढाने के लिए और को भी प्रेरित करें व इस लेख को पढने के लिए कहें व ज्यादा से ज्यादा शेयर करें.
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