बढ़ती आक्रामकता
(increasing_anger)
आज ज़्यादातर लोग छोटी छोटी सी बातों पर उग्र हो जाते हैं, बिना किसी ठोस कारण के एक दूसरे से लड़ पड़ते हैं, आक्रामक हो जाते हैं। उनकी सहनशीलता समाप्त हो चली है। उनकी बर्दाश्त की सीमा छोटी हो गई है।
और मजे की बात ये है कि विवाद समाप्त होने पर जब वह शांत होते हैं तो उन्हें आभास होता है कि ये कोई इतना गंभीर विषय ही नहीं था जिसकी वजह से वो लड़ने लगे।
फिर ऐसा क्या है जिसकी वजह से क्रोधाग्नि, आक्रामकता बढ़ती जा रही है।
इसे जानने के लिए…(Contd…. 2)
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