बढ़ती आक्रामकता

मानसिक श्रम अधिक होने लगा है। इस कारण हमारी ऊर्जा शक्ति का निकास नहीं हो पाता।

और हमारी ऊर्जा शक्ति को मौका चाहिए हमारे शरीर से बाहर निकलने का। वो तलाश करती है ऐसी ही परिस्थितियों की।

थोड़ा उग्र होने पर वो और तेज गति से कार्य करने लगती है, बाहर निकलने को मचलने लगती है, आक्रामक (increasing_anger) होने लगती है।

और इसीलिए क्रोध की समाप्ति पर हम अपने आप को शांत महसूस करने लगते हैं।

कैसे करें निष्कासन(increasing_anger)

अब बात आती है कि बिना शारीरिक श्रम के अपनी ऊर्जा शक्ति का निरंतर निष्कासन कैसे करें।

तो इसका सबसे सरल मार्ग है …(Contd…. 6)

Share Button
About S Khatri 28 Articles
Writing Blogs for Motivational, Meditation, Health, Astrology, Yoga, Banking and Social Issues | Yoga & Pranayam Expert | Software Designer |Hobbies - Photography, Harmonica Playing.

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*