का इससे बहुत गहरा संबंध है।
तनाव बढ़ने के पीछे मुख्य भूमिका में हमारी वो ऊर्जा शक्ति है जिसे हमने अपने शरीर में जमा कर लिया है।
हम उसे पूरी तरह खपा ही नहीं पा रहे हैं, खर्च ही नहीं कर पा रहे हैं। आज हम सारा कार्य मशीनों से करने लगे है।
हमारा शारीरिक श्रम ना के बराबर हो गया है।
हमारी ऊर्जा का सदुपयोग ही नहीं हो पाता या यूं कहें कि हमारी ऊर्जा शक्ति का निष्कासन नहीं हो पाता।
आज हमारे पास बिना परिश्रम के इतना भोजन उपलब्ध हो जाता है कि उसे पचाने या उससे उत्पन्न ऊर्जा शक्ति को उसी मात्रा में काम में नहीं ले पाते हैं।
आज शारीरिक श्रम कम और …(Contd…. 5)
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