जिनके पास फीस भरने को 300 रुपए नहीं थे, उन्हें मिला पद्मश्री

नेत्र सर्जरी के लिए बेस्ट सर्जन का खिताब मिला था व उन्हें अब तक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करीब 15 अवार्ड मिले हैं।

इस कार्यक्रम में 120 देशों के 10000 आप्थेल्मोलॉजिस्ट सम्मिलित हुए। कॉन्फ्रेंस में ज्यूरी चेयरमेन डॉ. स्पेन्सर थोरेंटन ने विशेष रूप से कहा कि इन्होने जो काम किया है वो किसी चमत्कार से कम नहीं है।

Prof-Jagat-Ram – पद्मश्री से हुए सम्मानित

इसी वर्ष 2019 में इन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। ये आज भी रोजाना 35 से 40 आंखों की सर्जरी करते हैं।

एक किसान का बेटा जिसने अपने दादा-दादी की दृष्टिहीनता देखी, उनका मानना है कि मरीजों की सेवा और आशीर्वाद से वो इस मुकाम तक पहुंचे हैं और जब हम बिना स्वार्थ के काम करते हैं तो हमें वो सब कुछ मिलता है जिसकी हम कल्पना भी नहीं करते।

वाकई में प्रो. डॉ. जगत राम हम सभी के लिए एक प्रेरणा हैं जो इस बात को मजबूती प्रदान करते हैं कि यदि हमारे इरादे नेक हैं तो हमें अपने जीवन में बहुत कुछ ऐसा मिल जाता है जो हमारी कल्पना से परे होता है।

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