जब हम छिंकते हैं तो श्वाश अपने आप बाहर आता है व पेट से एक धक्का अंदर की ओर लगता है।
एक सामान्य व्यक्ति तो एक सैकंड में एक बार की गति से श्वाश बाहर की ओर फेंकना होता है। यदि किसी को उच्च रक्तचाप(हाई बीपी) की समस्या हो तो दो सैकंड में एक बार की गति से श्वाश बाहर की ओर फेंके। निम्न रक्तचाप होने पर गति बढ़ा सकते हैं।
विशेष सावधानी – यदि आपने किसी प्रकार का ऑपरेशन (पेट का, हार्ट का आदि) करवाया हुआ है और उसे एक वर्ष से कम समय हुआ है तो किसी योग्य योग शिक्षक की सलाह लेकर ही कपाल-भाति प्राणायाम को करें। यदि किसी को हर्निया की समस्या हो तो वो इस प्राणायाम को न करे।
कपाल-भाति प्राणायाम हमारे शरीर में रक्त प्रवाह को नियंत्रित करता है तथा भस्त्रिका प्राणायाम की मदद से शुद्ध हुए रक्त को पूरे शरीर में सही प्रकार से प्रवाहित करता है व ज्ञात-अज्ञात अवरोधों(ब्लोकेज) को दूर करता है।
Grow Face Glow – प्राणवायु से बढ़ती है हमारी सुंदरता
जब शुद्ध रक्त हमारे शरीर में सही गति से प्रवाहित होता है तो वह हमारे शरीर में चमक लाता है तथा हमारी सुंदरता को बढ़ाता है।
प्रतिदिन नियमित रूप से 5 से 15 मिनट इस प्राणायाम को करना चाहिए। यदि लगातार नहीं कर सकते हैं तो अपनी क्षमता के अनुसार… Continued – Page (6)
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