अक्सर देखने में आता है कि बहुत से लोग पुरानी बातों को अपने मन में बैठाये रखते है कि उसे मुझसे ऐसा कहा, उसने मेरे साथ ऐसा किया, उसकी वजह से मेरा ये नुकसान हुआ। उनके द्वारा अपनी पुरानी बातों को बार दोहरने की प्रवृति उन्हें तनाव से ग्रसित कर देती है।
Stress Problem – कई लोग दूसरों की इसी बात से परेशान रहते हैं कि उसके पास ये है, उसके पास वो है, उसके बच्चे तो आगे ही बढ़ते जा रहे हैं। उनके द्वारा दूसरों की प्रगति से परेशान रहना उनके तनाव को जन्म देता है।
मैंने बहुत से लोगों को देखा है कि वो अपनी प्रत्येक छोटी छोटी बात के लिए ज्योतिष, यंत्र, मंत्र, तंत्र का अत्यधिक सहारा लेते हैं। बात-बात में वहम पालते रहते हैं। उनकी ये आदत धीरे-धीरे उनके तनाव को जन्म देती है।
कई लोग आगे बढ़ने के लिए या शीघ्र सफलता के लिए अनैतिक रूप से कार्य करने का प्रयास करते हैं। वो मेहनत करने की बजाय दिन-रात इसी उधेड़बुन में लगे रहते है कि किस प्रकार से बिना किसी परेशानी के मैं आगे बढ़ जाऊँ। इसी प्रयास में वो गलत राह का सहारा लेने लग जाते हैं व हमेशा उनके मन में चलने वाली यह क्रिया उनके तनाव को जन्म देती है।
बहुत से लोगों की एक बड़ी खास बात होती है कि यदि उन्हें कोई काम नहीं आता, वो उसे करने के लिए भी हाँ कर देते हैं। पर जब उनसे वो काम नहीं हो पाता है तो हमेशा इसी ताक में रहते हैं कि कोई दूसरा उनका काम कर देगा। काम हो गया तो ठीक और यदि नहीं हुआ तो यह उनके तनाव को जन्म दे देता है।
स्वयं के साथ या अपने किसी प्रियजन के साथ कोई भी घटना या दुर्घटना प्रत्येक व्यक्ति को आहत करती है। किन्तु बहुत से लोग ऐसी किसी भी घटना से बहुत अधिक आहत हो जाते हैं तथा दिन-रात उसी के बारे में सोचते रहते हैं व उनकी ये सोच उनके तनाव को जन्म देती है।
बहुत से लोग दिन-रात काम में ही उलझे रहते हैं। खासतौर पर महिलाएं हमेशा दूसरों के विषय में ज्यादा चिंतित रहती हैं तथा अपने लिए समय ही नहीं निकाल पाते हैं। ऐसी स्थिति भी तनाव को जन्म देती है।… Continued – Page (4)
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