मल की अधिकता शरीर में चर्बी को बढ़ाती है व मोटापे में वृद्धि करती है।
एक समय था जब लोग देशी घी पी जाया करते थे किन्तु वो उसे पचाने के लिए बहुत अधिक परिश्रम भी किया करते थे। किन्तु अब अधिक वसा युक्त पदार्थों को ग्रहण कर उनके पाचन के लिए परिश्रम ना करना भी मोटापे तो बढ़ता है।
मीठे पदार्थों को अधिक मात्रा में लेने से भी मोटापे में वृद्धि होती है।
चिकने, तेलिए या तले हुए पदार्थों को अधिक मात्रा में ग्रहण करने के उपरांत उसके पाचन, चिकनाहट व तेल को शरीर से बाहर निकालने के लिए उतनी ही मात्रा में व्यायाम न करने से भी मोटापे में वृद्धि होती है।
खाने के तुरंत पश्चात विश्राम करने से भोजन को पचाने में कठिनाई आती है।
फ्रिज का ठंडा पानी ज्यादा पीने से भी मोटापे में वृद्धि होती है।
Avoid Fatness – मोटापे के नुकसान
मोटापा बढ्ने से शरीर का बेडोल हो जाता है तथा सुंदर दिखाई देने के बजाय गोल-मटोल नजर आने लगते हैं।
मोटे व्यक्ति के शरीर का भार अधिक हो जाने के कारण उसका भार घुटनों पर आता है तथा घुटनों में दर्द की शिकायत होने लगती है।
मोटापा बढ़ने से हमारे फेफड़ों को… Continued – Page (4)
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