फैलने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं मिल पाता जिसके कारण श्वाश लेने में कठिनाई आने लगती है व श्वाश संबंधी विकार होने लगते हैं।
मोटे व्यक्ति को शीघ्र थकान महसूस होने लगती है व शारीरिक कमजोरी का आभास होता है।
शरीर बेडोल होने से कम आयु का व्यक्ति भी अधिक आयु का लगने लगता है।
मोटापा बढ़ने से हृदय को शीघ्रता से रक्त मिलने में कठिनाई आने लगती है जो हृदय संबंधी विकारों को जन्म देने में सहायक होती है।
मधुमेह की शिकायत हो जाना भी मोटापे का एक अतिरिक्त नुकसान है।
मोटापे से ब्लड प्रैशर की समस्या पैदा होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
बहुत से लोगों का तो मोटापे के कारण विवाह ही नहीं हो पा रहा है।
मोटापे के कारण आलस्य में भी बढ़ोत्तरी होती है। खासतौर पर बच्चों में इसका प्रभाव अधिक देखने को अधिक मिलता है।
कुछ विशेष परिस्थितियों में जैसे – किसी दुर्घटना के कारण लगातार एक ही जगह लेटे रहने, गर्भवती महिलाओं द्वारा प्रसव के उपरांत अपने शरीर व खान-पान का ध्यान न रखने के कारण भी मोटापा बढ़ने की समस्या आती है।
Avoid Fatness – क्या करें मोटापे से बचने के लिए
बहुत से लोग अपने मोटापे को दूर करने के लिए डायटिंग शुरू कर देते हैं यानि खाने में कमी कर देते हैं, व्रत करना शुरू कर देते हैं।
क्योंकि अधिकतर लोग यह मानते हैं कि… Continued – Page (5)
Leave a Reply