खाना कम कर देने से या छोड़ देने से वजन में कमी आएगी। किन्तु ये गलत है। इससे शरीर में कमजोरी आती है, अन्य बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है व मोटापे में वृद्धि होती है।
डायटिंग का अर्थ होता है संतुलित आहार लेना न कि आहार छोड़ देना। अर्थात अधिक वसायुक्त, तले हुए पदार्थ, देर से पचने वाले पदार्थ, गरिष्ठ भोजन आदि लेने के स्थान पर हल्के, तरल पदार्थ, सलाद आदि का सेवन अधिक मात्रा में करें।
प्रतिदिन प्रातःकाल खाली पेट गुनगुने पानी में तीन-चार तुलसी पत्र मिलाकर पीने से मोटापा दूर करने में सहायता मिलती है। और यदि हो सके तो दिन भर भी गुनगुना पानी पिये। इससे मोटापा दूर करने में लाभ मिलेगा।
बहुत अधिक मोटापा होने की स्थिति में अश्वगंधा के पत्ते लेकर दिन में तीन बार(सुबह, दोपहर व शाम) एक पत्ते की गोली बना कर उसे जल के साथ लगातार एक सप्ताह तक लें व अन्न के बजाय अंकुरित दालें, फल, सब्जी, दूध(मलाई व घृत रहित), छाछ व जूस का ही सेवन करें।
Avoid Fatness – प्रतिदिन नियमित रूप से 10 से 15 मिनट व्यायाम करें या टहलें।
अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करें। एक बार भोजन करने के उपरांत कम से कम पाँच घंटे बाद ही कुछ खाएं।
उबली हुई हरी सब्जियों का सेवन करें व तेल ये घी से निर्मित सब्जियों के सेवन से बचें।
लगातार एक जगह पर… Continued – Page (6)
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