की परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
किन्तु जो लोग सुबह नाश्ते के स्थान पर भरपेट भोजन करते हैं व उसके उपरांत वो शाम को सूर्यास्त के समय भोजन ले लेते है। उन पर यह सिद्धान्त लागू नहीं होता है।
इसलिए विशेष रूप से जिन लोगों को प्रातः नाश्ता करने की आदत होती है, उन्हें दोपहर को भूख लगती ही है व उस समय भूख लगने पर भोजन जरूर करना चाहिए।
यदि उस समय भूख लगने पर भोजन नहीं किया जाता है तो हमें थकावट, सुस्ती, शरीर में दर्द, कमजोरी आदि विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसी प्रकार से दोपहर के भोजन के उपरांत उसके कम से कम पाँच घंटे के उपरांत ही पुनः भोजन करना चाहिए। क्योंकि एक औसत व्यक्ति के किसी भी समय किए गए भरपेट भोजन को पाचन के लिए पाँच घंटे का समय लगता है।
ज़्यादातर लोग रात्री के भोजन के उपरांत बहुत ही अल्प समय में सोने के लिए चले जाते हैं। रात्री के भोजन के उपरांत कम से कम दो घंटे पश्चात ही सोना चाहिए।
अतः सभी को अपनी दिनचर्या इसी प्रकार से बनानी चाहिए व समय पर किया गया भोजन अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभप्रद होता है।
Good Food – भोजन चिकनाई युक्त होना चाहिए
घर में जब ही भोजन बनाया जाये उसमें घी, तेल व घर के बने मक्खन आदि चिकनाई युक्त पदार्थों का समावेश जरूर होना चाहिए।
किन्तु रिफाइंड, वनस्पति घी आदि का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। भोजन में रिफाइंड का प्रयोग हमारे शरीर में चिकनाई की कमी लाता है।
आजकल बहुत से लोग विशेष रूप से महिलाएं घी, तेल के प्रयोग से बहुत अधिक बचती हैं। उनका मानना है कि इससे हमारे शरीर में फेट्स बढ़ते हैं। शरीर में चिकनाई की कमी जोड़ों के दर्द में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
भोजन में घी, तेल के प्रयोग से भोजन तो स्वादिष्ट बनता ही है, इसके अतिरिक्त … Continued – Page (5)
Its really a very good auditorial.
We will keep all the things in mind.
Thanks.
Thank you Ji.