जो प्रत्येक प्रकार के रोग में लाभकारी है, अपनी दिनचर्या को नियमित करें। हमेशा खुश रहें। अहम तनाव को बढ़ाता है व अनेकों रोगों का जनक है। इसलिए अहम से सर्वदा दूर रहें।
अपने शरीर के लिए समय जरूर निकालें क्योंकि यदि तन स्वस्थ है तो मन स्वस्थ है। और यदि मन स्वस्थ है तो सब कुछ स्वस्थ है। जहां तक हो सके घर का बना भोजन ही लें। इधर-उधर का चटपटा लगने वाला भोजन या अन्य कोई पदार्थ ग्रहण करने से यथा संभव बचें।
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