क्या चिंता जरूरी है या चिंतन

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उसके परिवारजन उसे धैर्य देने का प्रयास करेंगे.

यदि वह अपने इस प्रयोजन में सफल हो जाता है तो उसके लिए सही होता है किन्‍तु यदि वह असफल रहता है तो उसके अपने घर के माहौल स्‍वतः ही खराब होना शुरू हो जाता है.

worry think – आपकी चिंता ले सकती है एक विकराल रूप

धीरे धीरे वह समस्‍या जो कि वास्‍तव में कुछ थी ही नहीं, एक विकराल रूप ले लेती है तथा वह व्‍यक्ति न केवल अपने घर को तनाव युक्‍त बना देता है बल्कि खुद भी किसी न किसी रोग का शिकार हो जाता है.

इसके अतिरिक्‍त कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो काम तो ऑफिस में करते हैं किन्‍तु कार्य के दौरान उनका पूरा ध्‍यान घर की समस्‍याओं में ही लगा रहता है तथा उसी चिंता में वो अपना कार्य गलत कर बैठते हैं या अपने लक्ष्‍य से दूर रहते हैं.

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दूसरी ओर कुछ लोग सारा दिन या तो  खुद अपने घर फोन कर कर के प्रत्‍येक छोटी छोटी बात की जानकारी प्राप्‍त करते रहते हैं या उनके घर वाले घर की सारी बातों की ओर उनका ध्‍यान आकर्षित करते रहते हैं.

एक बात और, अक्‍सर बहुत से लोग दूसरों को लेकर भी… Continued – Page (3)

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